आज देश, डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम दे रहा है। eRUPI वाउचर, देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन को, DBT को और प्रभावी बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
e-RUPI को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने UPI Platform पर वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से विकसित किया है। यह बिना किसी फिजीकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सर्विस प्रोवाइडर के साथ सर्विस के स्पॉन्सर को जोड़ता है।
e-RUPI डिजिटल पैमेंट के लिए कैशलेस और कॉन्टैक्टलस साधन है। यह एक QR code या SMS स्ट्रिंग-बेस्ड ई-वाउचर है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है। इस पैमेंट मैकेनिज्म के यूजर्स सर्विस प्रोवाइडर पर बिना कार्ड, डिजिटल पैमेंट ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना वाउचर को रिडीम कर सकते हैं
e-RUPI पर बैंक दो तरह से काम करेंगे. एक वो बैंक जो e-RUPI वाउचर जारी करेंगे. दूसरे वो जो इन्हें स्वीकार करेंगे. कुछ बैंक ऐसे भी हैं, जो दोनों काम करते हैं. फिलहाल 11 बैंक ऐसे हैं जो e-RUPI को सपोर्ट करेंगे. अच्छी बात ये है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ICICI बैंक, HDFC बैंक, PNB एक्सिस बैंक और बैक ऑफ बड़ौदा जैसे बड़े बैंक इस वाउचर को इश्यू भी करते हैं और स्वीकार भी. कैनरा बैंक, इंड्सइंड बैंक, इंडियन बैंक, कोटक महिंद्रा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सिर्फ e-RUPI वाउचर इश्यू करते हैं, स्वीकार नहीं करते.
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